झुकी पलकों ने दिल को जो सलाम किया....
कई बरसों से था जो मैं दरबदर…
है शुक्रिया जो हाथ मेरा थाम लिया...
बस कुछ दिनों की ही बात है...
तेरी मांग में यूँ नाम अपना लिख देंगे हम...
तेरे हांथों की मेहँदी में...
एक साथ जीवन रच देंगे हम...
है सुकून मिल जाए जी भर का ...
तेरी आहटों ने है ऐसा काम किया...
है शुक्रिया जो हाथ मेरा थाम लिया...
शशि 'दिल से ...
Aap to kamaal hain ..✌️
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