वो भी उस पल हमारे थे ,कहते थे हर पल तुम्हारे रहेंगे .
पर उन्हें इस गरीब से था बस खेल खेलना ,जुदाई के अश्क तो केवल यहीं बहेंगे .
अब तो मानते है कि ,जो तकदीर में लिखा है उसी से प्यार कर लेंगे .
बड़े बदनाम है हम हो गए तेरे नाम को किताब पे उतार कर , और तुम हो कि आज भी मुह फेर के बैठे हो ,
वो कहते हैं कि कैसे लिख लेते हो तुम बातें दिल की इन पन्नो पे.... मैं कह देता हूँ कि बस जी लेता हूं मैं बातें दिल की इन पन्...
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