एक तू है जो किसी और के ख्यालों में खोयी है
गर दर्द जानना है जुदाई का तो इन आंखों से पूछो,
जो तेरी याद में बिन हिसाब के रोई है
मुलाक़ात क्या ,दो बातें क्या ,
ये तो बस एक दीदार की आशिक है
एक पल में सौ बातें ये कह दे ,
सालों के गम में रो रो के जो पिरोई है .
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